कैमूर से प्रमोद कुमार
कैमूर जिले में स्फटिक का शिवलिंग तालाब से मिलते ही चर्चा का बन चुका है। लोगो ने जलाभिषेक भी करना शुरू कर दिया है।मामला भगवानपुर प्रखंड अंतर्गत पद्माडिहरी गांव में लाल बहादुर द्विवेदी उर्फ शास्त्री जी के कहने पर तालाब से अजूबा चमत्कारी स्फटिक का शिवलिंग निकला।
आज सुबह पद्माडिहरी निवासी विनोद पांडेय जो बरसों से पूजा करते आ रहे हैं आज 4 दिन से उनकी तबीयत खराब चल रही थी विनोद पांडे ने बताया कि मेरे सर में काफी दर्द हो रहा था। जिसके चलते पूजा घर में ही बेहोश हो गए।
घर के सदस्य उनके माता-पिता एवं भतीजे ने उठकर पानी का छींटा मारा तो उन्हें होश आया ,और तब उन्होंने बताया कि महावीर जी के महत्वपूर्ण मणी नरक में पड़ा है उसे निकला जाए नहीं तो पूरे गांव का सर्वनाश हो जाएगा। उनके परिवार के सदस्य एवं ग्रामीण में जाकर ढूंढने लगे जिसमें दीपक कुमार पांडे गोल्डन कुमार पांडे पप्पू शर्मा आदि के द्वारा पानी में उतरकर खोजने लगे गोल्डन कुमार जब शिवलिंग के पास पहुंचा तो उसमें सर्प लिपटा हुआ था ।वह डर कर भागने लगा।
विनोद पांडे ने कहा डरो मत सर्प कुछ नहीं बिगाड़ेगा तीन आदमी मिलकर मूर्ति को उठा रहे थे लेकिन मूर्ति टस से मस नहीं हुआ। पुजारी के सुमिरने के बाद छोटा बच्चा गोल्डन एक हाथ से मूर्ति को उठाकर बाहर लाया मिट्टी से सने मूर्ति को साफ कर काली स्थान पर पूजा के लिए ग्रामीण ले गए।
ग्रामीणों द्वारा काना फुंसी होने लगी तो पुजारी ने कहा कि मेरा चमत्कार देखना चाहते हो तो पीतल के बाल्टी में एक बाल्टी पानी लाओ पानी में मूर्ति को डाला गया तो पूरा पानी बर्फ सा जम गया। दूसरा अजूबा हवन के लिए लकड़ी बोझ कर घी डाला गया पुजारी ने कहा आग जलाने की जरूरत नहीं अगर इनमें शक्ति है तो स्वयं अग्नि प्रज्वलित होगी उतना कहाने के साथ ही अग्नि जल उठी और हवन किया गया। विनय शंकर द्विवेदी ने बताया कि 40 दिन तक लगातार हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा
इसी बीच और चमत्कार देखने को मिलेगा। गांव की प्रेम देवी ने आंखों देखा हाल सुनाया। मौके पर सैकड़ो लोग मौजूद रहे।इस बात की चर्चा पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है यह कैसे हुआ कोई सत्य तो कोई अंधविश्वास बता रहा है यह जांच का विषय पर फिलहाल उस चमत्कारी स्फटिक शिवलिंग को स्थापित कर लोग पूजा पाठ में जुट गए है।