औरंगाबाद। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के समधी एवं उनके बेटी आचार्या के ससुराल हिच्छन बिगहा गोलियों की तरतराहट से गूंज उठा। यहां हथियारबंद अपराधियों ने शुक्रवार की देर रात अरवल के पूर्व विधायक रहे रविंद्र सिंह के छोटे बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी और फरार हो गए।
पूर्व विधायक के बेटे की पहचान कुमार गौरव उर्फ दिवाकर के रूप में की गई है। घटना के बाद ही हिच्छन बिगहा गांव के साथ-साथ आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गई है। घटना के बाद हरकत में आई पुलिस ने शव को गांव के ही दलान के पुआल के गांज से बरामद किया है।
घटना के बाद दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषि राज ने बताया कि घटनास्थल से दो खोखा बरामद किए गए हैं और डॉग स्क्वायड की टीम की मदद से हत्या के सुराग खोजे जा रहे हैं।उन्होंने बताया कि शनिवार की दोपहर एफएसएल की टीम आकर पूरे मामले की जांच करेगी। फिलहाल घटनास्थल पर पुलिस कैंप कर रही है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए लाया और पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पूर्व विधायक का बेटा दिवाकर हिचन बीघा गांव में ही रहकर खेती का काम करता था और उसने वहां मुर्गी फार्म भी खोल रखा था इसी कारण वह पास के ही दलान में प्रतिदिन सोया करता था। बीती रात वह अपने दलान में सोने गया ही था कि पूर्व से घात लगाए अपराधियों ने गोलियों से भून दिया। जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
इधर अपने बेटे का पोस्टमार्टम कराने आई मृतक की मां उषा शरण ने इस हत्या का आरोप अपने ही पति पर मढ़ डाला उन्होंने बताया कि उनके पति वर्ष 1995 में जनता दल से अरवल के विधायक बने थे। विधायक बनने के बाद उनका एक महिला के साथ नाजायज संबंध हो गया। जिसके कारण वह अपने पति से संबंध विच्छेद कर बच्चों के साथ अलग रहने लगी। लेकिन विवाद लगातार चलता रहा। बेटे ने भी इसका काफी विरोध किया और अंत में उन्होंने उसकी हत्या करवा दी।
उषा शरण ने बताया कि पूर्व विधायक ने 5 शूटरों की मदद से इस घटना को अंजाम दिया है। उन्होंने इस पूरे मामले में पति को गिरफ्तार कर कार्रवाई की मांग की है। इधर इस मामले में थानाध्यक्ष अंजनी कुमार ने बताया कि मामले में उषा शरण का बयान लिया जा रहा है। इसके बाद बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।