औरंगाबाद: रफीगंज प्रखंड के ग्राम पंचायत कजपा के एक निजी कोचिंग संचालक व समाजसेवी सहदेव मेहता के 30 वर्षीय पुत्र आलोक कुमार मेहता की बीमारी से अचानक मौत हो गयी. आलोक की मौत के बाद आसपास के इलाकों में मातम पसर गया.
समाजसेवी राहुल मौर्या ने बताया कि एक जनवरी को आलोक के पेट में अचानक दर्द उठा. इसके बाद परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने इलाज के दौरान लिवर में सूजन बताकर गंभीर स्थिति में बेहतर इलाज हेतु पटना रेफर कर दिया. जानकारी मिली कि शुक्रवार की शाम पटना के एक निजी अस्पताल में ही आलोक की मौत हो गई.
आलोक की मौत की खबर सुनते ही परिजन चीत्कार उठे. बड़ी बात यह है कि आलोक एक निजी कोचिंग की संचालक के साथ-साथ समाजसेवी भी था. किसी भी सामाजिक कार्यों में वह बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता था. आलोक चार भाइयों में छोटा भाई था. मंझला और संझला भाई दोनों रेलवे ड्राइवर है. इधर उसके मौत पर सोनू वर्मा, प्रिंस कुमार, दीप नारायण सिंह, सोनू कुशवाहा, अतेंद्र कुशवाहा उर्फ छोटू, विकास कुमार, वार्ड सदस्य रिशी कुशवाहा सहित अन्य लोगों ने गहरा शोक व्यक्त किया है.