बालपन रोगी को समय से पहचान एवं निदान जरूरी चलंत वाहनों को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना 

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औरंगाबाद।बालपन के रोगों की जल्द से जल्द पहचान एवं उसके आवश्यक निदान के निहितार्थ सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिले में कार्यरत मोबाइल हेल्थ टीम के लिए प्रयुक्त कुल अठारह गाड़ियों की ब्रांडिंग कराई गई है. इस संबंध में मो. अनवर आलम, जिला कार्यक्रम, प्रबंधक जिला स्वास्थ्य समिति औरंगाबाद द्वारा बताया गया कि प्रचार प्रसार एवं जन जागरूकता सहित सभी गाड़ियों की एकरूपता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार, पटना से निर्देश प्राप्त हुआ था कि सभी गाड़ियों की यूनिफॉर्म ब्रांडिंग कराई जाए।

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इस आलोक में गाड़ियों की ब्रांडिंग निर्देशानुसार कराई गई तथा सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव द्वारा झंडी दिखाकर गाड़ियों को उनको संस्थानों के लिए के लिए रवाना किया गया. जिले के लिए यह सुखद अनुभूति होगी पूरे बिहार के लिए स्वीकृत ब्रांडिंग में जिले के गतिविधियों की ही तस्वीरे लगाई गई हैं।

कार्यक्रम के संबंध में जानकारी देते हुए जिले की कोऑर्डिनेटर नीलम रानी द्वारा बताया गया कि बालपन की बीमारियों को मुख्य रूप से चार भागों में बाँटकर समझा जा सकता है. पहला जन्मजात दोष, दूसरा पोषक तत्वों की कमी की वजह से होने वाली बीमारी, तीसरा बालकों में धीमी विकास और चौथा बालपन में सामान्य रूप से होने वाली संक्रामक एवं गैर संक्रामक बीमारियां. बालपन की बीमारियों की पहचान के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का संचालन सरकार द्वारा किया जा रहा है।

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जिसके तहत विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी में पढ़ने वाले बच्चों की स्वास्थ्य जांच की जाती है तथा कुल 44 प्रकार की बीमारियों की स्क्रीनिंग की जाती है. यदि किसी बच्चों में किसी रोग के लक्षण देखे जाते हैं तो उनके इलाज के सभी विकल्पों को बताया जाता है तथा रेफर का नैदानिक व्यवस्था स्पेशलिस्ट संस्थानों में प्रदान कराई जाती है. उल्लेखनीय है कि जिले के लगभग 18 बच्चों को हृदय जन्मजात हृदय रोग की समस्या थी जिनके इलाज की व्यवस्था कराई गई।

कटे-फटे होंठ एवं तालु, मुड़े हुए पैर, अति गंभीर कुपोषण इत्यादि की पहचान एवं आवश्यक इलाज की व्यवस्था राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है।चलंत वाहनों को झंडी दिखाकर विदा करने के अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अपना अधिकारी डॉक्टर किशोर कुमार, डीपीएम, डीसी नीलम रानी, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी,अविनाश कुमार सहित जिला स्वास्थ्य समिति के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।

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