गंदगी फैलाने का किया विरोध तो निजी नर्सिंग होम के संचालक हुए बेलगाम, दे डाली घर जाकर धमकी, पढ़े खबर

6 Min Read
- विज्ञापन-

औरंगाबाद: शहर में कुकुरमुत्ते की तरफ खुले निजी नर्सिंग होम संचालकों का अब किसी से भय नहीं है। पैसे की गर्मी इतनी है कि वे किसी को देख लेने की धमकी तक दे डालते है। शहर के अदरी नदी के समीप संचालित एक ऐसे ही निजी नर्सिंग होम के संचालक अपनी दबंगई को लेकर चर्चा में हैं। उन्हे किसी बात का डर नहीं है और खुलेआम गंदगी फैलाकर जिले में चलाई जा रही स्वच्छता की धज्जी उड़ाते चल रहे हैं। किसी ने यदि मना किया तो उसे देख लेने की धमकी तक दे डालते हैं।

- Advertisement -
Ad image

जातिसूचक शब्द का प्रयोग करते हुए दिया धमकी: मामला भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष एवं देश की प्रतिष्ठित गैर राजनीतिक संगठन राष्ट्रीय अशोक मंच के प्रदेश सचिव अभय पासवान से जुड़ा हुआ है। श्री पासवान अपने घर के आस पास निजी नर्सिंग होम के द्वारा फैलाई जा रही गंदगी का जब विरोध किया तो उन्हे और उनकी पत्नी को जातिसूचक गाली देकर न सिर्फ धमकाया गया बल्कि देख लेने की धमकी दी गई। श्री पासवान ने बातचीत का ऑडियो भी राष्ट्रीय अशोक मंच के प्रदेश अध्यक्ष को उपलब्ध कराया गया है। जिसमे स्त्री पासवान ने नर्सिंग होम की गंदगी को यत्र यत्र न फेकने के आग्रह किया है और संचालक द्वारा यह कहा गया कि तुमको जितना केस करना है कर लो तुमको देख लेंगे। तुम प्रधानमंत्री हो क्या? कहकर धमकी दी गई।

आवेदन देकर प्राथमिकी की मांग: इस संबंध में श्री पासवान की पत्नी शोभा देवी द्वारा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति आयोग नई दिल्ली को एक आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कर कारवाई की मांग की गई है। श्री पासवान की पत्नी ने अपने आवेदन को राज्य अनुसूचित जाति आयोग बिहार पटना। माननीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री बिहार,राज्य स्तरीय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अनुश्रवण सतर्कता समिति बिहार पटना, माननीय अध्यक्ष जिला समाहर्ता अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अनुश्रवण सह सतर्कता समिति समाहरणालय औरंगाबाद बिहार, पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद बिहार,अनुमंडल पदाधिकारी सह अध्यक्ष, अनुमंडलीय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अनुश्रवण सह सतर्कता समिति, अनुमंडल कल्याण शाखा औरंगाबाद। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर औरंगाबाद, थानाध्यक्ष अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति औरंगाबाद, मधेश्वर पासवान सदस्य संविधानिक जिला स्तरीय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति अनुश्रवण सतर्कता समिति समाहरणालय कल्याण शाखा औरंगाबाद।

- Advertisement -
KhabriChacha.in

गाली गलौज करते हुए घर छुड़ाने की धमकी: श्री पासवान की पत्नी द्वारा दिए गए आवेदन में बताया गया है कि वह सोन कॉलोनी अदरी नदी पुरानी जीटी रोड वार्ड नंबर 33 महावीर हॉस्पिटल के नजदीक थाना नगर औरंगाबाद बिहार की निवासी है एवं अनुसूचित जाति समुदाय में दुसाध जाति की सदस्य हूं। उन्होंने लिखा है कि वह अकेले अपने बाल बच्चों के साथ रहती हैं। उनके पति दिन भर काम कर शाम को घर लौटते हैं। बीते दिनांक 18 मार्च 2023 समय लगभग 11:00 बजे जो गैर अनुसूचित जाति के दबंग व्यक्ति (1) सुरेंद्र यादव पिता देवनंदन यादव महावीर हॉस्पिटल औरंगाबाद के संचालक के द्वारा हमारे दरवाजे पर हमे क्षुब्ध करने के आशय से अपने अस्पताल का मल-मूत्र कूड़ा जैसे घृणाजनक पदार्थ फेंक दिया। मैं मना किया तो हरिजन कमजोर समझ कर यह जानते हुए कि मैं हरिजन महिला हूं। जाति सूचक गली देते हुए कहा कि तुमको यहां से भगा देंगे।

चार अज्ञात व्यक्ति घर आकर दी धमकी: मैं भयभीत होकर अपने पति को सूचना दी तो जितेंद्र कुमार पिता नाम ना मालुम महावीर हॉस्पिटल के संचालक का मेरे पति द्वारा फोन से मल मूत्र नहीं फेंकने को कहा गया तो मेरे पति के मोबाइल नंबर – 7488695807 पर मोबाइल नंबर 9771644472 से यह धमकी दिया गया कि साला तुमको जो करना है कर लो तु प्रधानमंत्री है तुमको हम देख लेंगे समय दोपहर 1:37 मिनट पर धमकी दिया गया। पुनः दोनों व्यक्ति अन्य चार अज्ञात व्यक्तियों के साथ आकर मेरे दरवाजे पर यह कहते हुए गये और जाति सूचक गाली देते हुए कहा कि यहां भाग जाओ नहीं तो अपहरण कर हत्या करा देंगे इससे हमारे पूरा परिवार डरा सहमा है कि कहीं मेरे परिवार को दोनों व्यक्ति अपराधिक गतिविधि रखने वाले लोगों से अपहरण कर हत्या न करा दे।

अस्पताल बंद करने की मांग: उपरोक्त दोनों व्यक्ति अशोक गुप्ता के मकान को किराए पर लेकर संयुक्त रूप से हॉस्पिटल का संचालन करते हैं। मल-मूत्र, घृणाजनक पदार्थ गिरवाने एवं अन्य सभी कारित घटना मे मकान मालिक अशोक गुप्ता, पिता हरि साव का भी काफी सहयोग रहता है। मल मूत्र खून पिब से सना कपड़ा हैंड गलब्स पैखाना लगा हगिज जलाते रहता है। जिससे मेरे परिवार पर श्वसन क्रिया संबंधित एवं संक्रमित बीमारी होने से मृत्यु होने का डर लगा रहता है। दो वर्ष पूर्व में प्रदूषण फैलाने के जुर्म में हॉस्पिटल को सील कर दिया गया था परंतु फिर कैसे और किस नियम के तहत यह संचालित हो रहा है यह समझ से परे है। लेकिन उनके द्वारा प्रदूषण के मानक की धज्जियां उड़ाते हुए हॉस्पिटल चलाई जा रही है। नगर थाना को आवेदन दिया गया था जिस पर कार्यवाई नही किया गया। अतः श्रीमान से प्रार्थना है कि हॉस्पिटल को सील करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए जिससे हमारी जान माल की रक्षा हो सके।

इधर इस संबंध में जब नर्सिंग होम संचालक से इस संबंध में उनका पक्ष लेने की कोशिश की गई तो उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। जिसके कारण उनका पक्ष नही लिखा जा सका।

Share this Article
Leave a comment

Leave a Reply

You cannot copy content of this page