सजग और सतर्क रहें समझदारी ही बचाव है
अगर आप भी नया आलू खाने को लेकर सोच रहे हैं तो रुकिए क्योंकि मिलावट खोर चंद रुपए के लालच में आपके जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। यानी सीधी तौर पर कहे तो आप सबों को इनके द्वारा मौत के मुंह में धकेला जा हैं।
वहीं कृषि विभाग के अनुसार 15 नवंबर के पहले बाजार में नया आलू संभव नहीं तो फिर नया आलू के नाम पर बाजार में क्या बेचे जा रहे हैं। मिलावट खोरो के द्वारा पुराने आलू को तरह-तरह के हथकंडे अपना कर लाल मिट्टी केमिकल के सहारे नया रूप दिया जा रहा है।
ताकि लोग इसे पसंद कर सकें क्योंकि पुराने आलू खाते-खाते लोग परेशान हो जाते है। और फिर यहीं से शुरू हो जाती है मिलावट खोरों कि चांदी स्थानीय स्तर के अधिकारियों को भी जांच करनी चाहिए क्योंकि मामला आम जनों के सेहत से जुड़ी हुई है।इंसान पैसों की लालच में इस कदर गिर गया है कि चंद पैसों की लालच में लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने से भी नहीं चुक रहा खाद्य सामग्रियों में मिलावट करना अपराध है फिर भी नियमों के ताख पर रखकर सामग्रियां बेचे जा रहे हैं।
यह सिर्फ नया आलू को लेकर ही नहीं है। कई ऐसे खाद्य सामग्रियां है जो की मिलावट खोर इसमें तरह-तरह के केमिकल का प्रयोग कर इसे ताजा रखने की कोशिश करते हैं। उनकी लापरवाही से बेवजह लोग कई प्रकार के गंभीर बीमारियों के चपेट में आ जाते हैं।जो की मानव जीवन के लिए यह घातक है। ऐसे लोगों को चिन्हित करके कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।