औरंगाबाद।उद्यमचंद्र सेवा समिति के तत्वावधान में देव गोदाम पर रंगोली प्रतियोगिता का पुरुष्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सूर्य महायज्ञ के अध्यक्ष एवं भाजपा नेता प्रवीण सिंह ने शिरकत किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रीता देवी ने की।सम्मानीय अतिथि के रूप में धर्म जागरण समन्वय विभाग नालंदा एवं मुंगेर प्रचारक बिनोद सिंह जी ने उद्यमचंद्र जी की जीवनी पर प्रकाश ड़ालते हुए उनके समाज के प्रति अवदानों के ऊपर विस्तारपूर्वक बताया। देवेंद्र कुमार प्रान्त सह सेवा प्रमुख नें समिति के स्थापना का उद्देश्य शिक्षा का प्रचार सह सनातन धर्म की रक्षा करना है।
मुन्ना जी ने बताया कि धार्मिक मान्यताएँ हिन्दू धर्म के विचार और स्वीकृत सिद्धांत हैं। हालाँकि धार्मिक मान्यताएँ सनातन धर्म के लिए आवश्यक हैं, लेकिन वे संपूर्ण धर्म नहीं हैं। किसी धर्म में ऐसी प्रथाएँ और सांस्कृतिक अनुष्ठान भी होने चाहिए जिनमें उसके अनुयायी संलग्न हों।उपरोक्त सिद्धांत क़ो लेकर देव गोदाम पर की गयी रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम पुरुष्कार वर्षा देवी, द्वितीय पुरुस्कार ममता कुमारी एवं तृत्य पुरुष्कार इंदु कुमारी क़ो धार्मिक पुस्तकें देकर सम्मानित किया गया।इसी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रवीण कुमार जी राम चरित मानस और गीता में उल्लेख धार्मिक श्लोक भगवत गीता के श्लोक
- नियतं कुरु कर्म त्वं कर्म ज्यायो ह्यकर्मण:। शरीरयात्रापि च ते न प्रसिद्धयेदकर्मण:।
अर्थ-शास्त्रों में बताए गए अपने धर्म के अनुसार कर्म कर, क्योंकि कर्म नही करने की अपेक्षा कर्म करना श्रेष्ठ है। तथा कर्म नही करने से तेरा शरीर निर्वाह भी नहीं सिद्ध होगा। प्रतियोगिता में शामिल रितिका कुमारी, आरती देवी, वर्षा देवी, काजल कुमारी, रानी कुमारी, प्रीति कुमारी थे।इस रंगोली प्रतियोगिता के प्राइज वितरण समारोह में बिनोद सिंह, पूर्व मुखिया नंदकिशोर मेहता, निखिल कुमार, राज कुमार जी मिथिलेश जी, अशोक जी, बिनोद जी,मोहन जी एवं अन्य देव के समाजसेवी उपस्थित थे।