औरंगाबाद।रविवार को आवासीय उत्प्रेरण केंद्र के शिक्षा स्वयंसेवक का एक प्रतिनिधिमंडल सदर विधायक आनंद शंकर एवं कुटुंबा विधायक राजेश कुमार से मुलाकात किया और सरकार से शिक्षा के मुख्य धारा में जोड़ने से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में शिक्षा स्वयंसेवकों ने दोनों विधायकों का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि उनके द्वारा बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के अनुसार वर्ष 2008 से वर्ष 2015 तक 24 घंटे विद्यालय में उपस्थित रहकर शिक्षण एवं देखरेख और विद्यालय से वंचित दलित महादलित बच्चों को शिक्षा के मुख्य धारा से जोड़ने का भी काम किया गया था। परंतु अन्य सभी विभागों में कार्यरत एवं अकार्यरत कर्मियों को विभाग में समायोजन हेतु सरकार द्वारा जो रोस्टर बनाया गया है उस रोस्टर में आवासीय उत्प्रेरण केंद्र के शिक्षा स्वयंसेवकों को शामिल नहीं किया गया है।उन्होंने बताया कि
पूरे बिहार में 8000 कर्मियों की उम्र समाप्ति पर है और समायोजन नहीं होने से वे हैं परेशान
सरकार के इस रवैए से सभी आवास योजना केंद्र के शिक्षा सेवा के उम्र के अंतिम पड़ाव में परिवार में के भरण पोषण में खुद को असमर्थ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने प्रश्न किया कि आखिर सरकार उन्हें क्यों इस राह पर लाकर छोड़ दिया। शिक्षा स्वयंसेवकों से मिले ज्ञापन के बाद सदर एवं कुटुंबा विधायक ने शिक्षा स्वयंसेवकों के मामले को विधानसभा में उठाए जाने का आश्वासन दिया है।