औरंगाबाद: रविवार की सुबह करेंट की चपेट में आने से सिंचाई विभाग के मौसमी कर्मचारी की दर्दनाक मौत हो गई है। मृतक की पहचान नरारी कला खुर्द थाना क्षेत्र के देवरिया गांव निवासी 50 वर्षीय धर्मदेव सिंह के रूप में की गई है। मृतक सिंचाई विभाग के मौसमी कर्मचारी थे और गोपी बिगहा स्थित 13 आरडी पर नहर के पानी को देखने के लिए इनकी ड्यूटी लगाई गई थी। किसान की मौत के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। मृतक अपने पीछे पत्नी, दो बेटे 32 वर्षीय जसवंत एवं 25 वर्षीय बलवंत सिंह के साथ साथ भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार धर्मदेव सिंह रविवार की सुबह 7 बजे घर से ड्यूटी के लिए निकले और हर दिन की भांति अपने खेत की तरफ धान के फसल को देखने गए। लेकिन बधार में 440 वोल्ट का तार टूटकर गिरा हुआ था जिसे वह देख नही सके और खेत की तरफ जाने से पहले ही उनका पैर तार पर पड़ गया जिसके झटके से वह गिर पड़े।धर्मदेव सिंह को गिरा देख अन्य किसान दौड़ पड़े और इसकी सूचना परिजनों को दी।आनन फानन में सभी उन्हे इलाज के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद लाए।मगर यहां नब्ज देखते ही चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सदर अस्पताल पहुंचे ग्रामीण कर्मदेव सिंह,रमेश सिंह,अनुज कुमार ने बताया कि गांव की अधिकतर तार जर्जर स्थिति में है और बराबर टूट कर गिरते रहते हैं।इसकी सूचना बिजली विभाग को कई बार मौखिक रूप से दी गई।मगर कोई सुनवाई नहीं हुई।ग्रामीणों ने बताया कि यदि जर्जर बिजली की तार को बिजली विभाग बदल देती तो वह टूटकर नही गिरती और धर्मदेव सिंह की मौत नही होती। धर्मदेव सिंह की मौत के बाद सदर अस्पताल परिसर परिजनों के चीत्कार से गूंज उठा और वहां मौजूद अन्य लोगों की आंखे भी नम हो गई।
फिलहाल इसकी सूचना नगर थाना को दी गई और नगर थाना की पुलिस परिजनों का फर्द बयान दर्ज कर शव के पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सौप दिया है। ग्रामीणों ने मृतक के आश्रितों को नौकरी एवं मुआवजा की मांग की है। इस घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया।