राजेश मिश्रा
इस बार रक्षाबंधन त्योहार को लेकर लोगों में कई तरह के सवाल मन में उत्पन्न रहे हैं।लेकिन आचार्य गणेश दत्त मिश्र ने पूरी तरह से स्पष्ट कर तमाम तरह के भ्रांतियो को किया दूर और बताया कि किस दिन मनाएं रक्षाबंधन का त्योहार, क्योंकि पूरे भारत भर में भाई बहनों का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
इस बार पूर्णिमा 30 अगस्त को है लेकिन इस दिन भद्रा का साया होने के कारण राखी बांधने का शुभ मुहूर्त अगले दिन चला गया है। इसलिए विद्वानों ने 31 अगस्त को राखी बांधने के लिए सुबह 7:46 तक ही विशेष रूप से रक्षाबंधन का त्योहार मनाने की बात कही गई है।
गया जिला निवासी आचार्य गणेश दत्त मिश्रा के अनुसार भाई बहनों के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन श्रावणी एवं भद्रा फाल्गुन रहित करना चाहिए सीधी शब्दों में कहा जाए तो इस मुहूर्त में रक्षाबंधन का त्योहार निषेध माना गया है।
क्योंकि रक्षाबंधन का मूल उद्देश्य उदयमान तिथि में होनी चाहिए क्योंकि 30 तारीख को चतुर्दशी का उदय है। इसलिए पूर्णिमा का मान उस दिन नहीं माना जाएगा।उसके बाद 31 तारीख को पूरी तरह से पूर्णिमा में सूर्य का उदय है। इसलिए उदया तिथि को लेकर 7:46 तक रक्षाबंधन का त्योहार मनाए। उसके बाद भी विलंब होने पर कोई दोष नहीं मना जाएगा।