• पेट में दर्द की समस्या से जूझ रहा था युवक
• बाईं किडनी दो भागों में विभाजित थी,सूजन भी था
पटना के सत्यदेव सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने मठियारपुर (बक्सर) के एक 28 साल के युवक की लेप्रोस्कोपिक विधि से किडनी निकालकर जान बचा ली। वह पेट में दर्द की समस्या से जूझ रहा था। अल्ट्रासाउंड कराया गया तो किडनी में सूजन मिला। सीटी स्कैन में पता चला कि उसकी बाईं किडनी दो भागों में विभाजित हो चुकी थी।
दूरबीन से देखने पर एक भाग असामान्य था। किडनी का एक भाग प्रोस्टेट एरिया में खुल रहा था, जिसके कारण उसकी किडनी में सूजन आ गई थी। लेप्रोस्कोपिक विधि से किडनी के उस भाग और पाइप को निकाल दिया गया। अब वह बिल्कुल स्वस्थ है और उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है।
वरिष्ठ यूरोलॉजिस्ट डॉ. कुमार राजेश रंजन ने बताया कि यह काफी गंभीर मेडिकल कंडीशन था, जिसमें अत्यधिक रक्तस्त्राव की संभावना थी, लेकिन सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया गया। आयुष्मान योजना के तहत युवक का मुफ्त में इलाज किया गया। उन्होंने बताया कि पेशाब की असामान्यता को नजरअंदाज ना करें।
पेशाब का लीक होना या फिर पेट में लगातार दर्द होना सामान्य नहीं है। जब भी इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। गौरतलब है कि यह अस्पताल मरीजों के लिए सुलभ और किफायती चिकित्सा सुविधा देने के अपने उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्ध है।
हॉस्पिटल की डायरेक्टर डॉ. अमृता ने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएम-जेएवाई), सीजीएचएस और ईएसआईसी जैसी योजनाओं में शामिल मरीजों को इस हॉस्पिटल में कैशलेस इलाज की सुविधा भी दी जाती है। इसके यहां अलावा, अस्पताल टीपीए (थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर) की सुविधा के तहत विभिन्न स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत भी मरीजों का इलाज किया जाता है।
मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यहां 24 घंटे इमरजेंसी सेवा उपलब्ध है। इसके साथ ही अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर और प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ मरीजों की पूरी देखभाल करते हैं।