गया, 22 फरवरी 2025, राजस्व पर्षद बिहार श्री के के पाठक की अध्यक्षता में जिला परिषद के सभागार में गया ज़िला अंतगर्त नीलाम पत्र वादो की समीक्षा बैठक की गई। उक्त बैठक में आयुक्त मगध प्रमंडल श्री प्रेम सिंह मीणा, ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम भी मौजूद थे।
ज़िला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम ने राजस्व पर्षद बिहार श्री के के पाठक का स्वागत करते हुए बताया कि गया ज़िला में 115 पदाधिकारियों को लगाकर नीलाम पत्र पदाधिकारी बनाया गया है, जो निलामपत्र के मामलों को निबटारा कर रहे हैं।
आयुक्त मगध प्रमंडल ने बताया कि वर्तमान समय में काफी तेजी से नीलाम पत्र वादो की सुनवाई हो रही है। जिसका परिणाम है कि बैंकों के बकाया राशि तेजी से वसूली हो रही है। उन्होंने कहा कि इससे आम जनों के बीच में प्रशासन की उपस्थिति दिखता है। यह खुशी की बात है कि गया जिला में रिकवरी की स्थिति काफी अच्छी है।
राजस्व पर्षद बिहार श्री केके पाठक ने संबोधित करते हुए आयुक्त मगध प्रमंडल एवं जिला पदाधिकारी गया को धन्यवाद देते हुए कहा कि जिले में काफी अच्छी प्रगति से बकायादारों से राशि वसूलने का कार्य किया गया है। उन्होंने सभी पदाधिकारी को कहा कि बैंक का काम है लोगों को लोन उपलब्ध कराना और प्रशासन का कार्य है कि डिफॉल्टर लोगों से लोन रिकवरी करवाना। बताया गया कि वर्तमान समय में गया जिला के एसबीआई बैंक को हर दिन 4 से 5 लाख रुपया का मिनिमम रिकवरी प्राप्त हो रही है। इसके अलावा अन्य बैंक भी बता रहे हैं कि हर दिन बैंक में पुराने पुराने मामलो की रिकवरी राशि जमा हो रही है।
उन्होंने निर्देश दिया है कि टॉप 50 के बड़े मामले बड़े बकायादार को प्राथमिकता पर वसूली करवाये। वारंट पेंडिंग वाले मामलों में विशेष रूप से रुचि लेकर कार्य करें। उन्होंने जिला पदाधिकारी को स्पष्ट निर्देश दिया है कि नीलम पत्र के सभी मामलों में सेक्शन 7 के तहत नोटिस देने की कार्रवाई हर हाल में सुनिश्चित करवाये। कोई भी मामला सेक्शन 7 का लंबित नहीं रहे।
उन्होंने कहा कि वैसे बकायदार जो बकाया धन जमा नहीं करेंगे उनकी कुर्की जप्त करवायी जाएगी। सभी बकायादारों को नोटिस दिया जा रहा है। तत्पश्चात बकाया धन जमा नहीं करने पर वारंट जारी किया जाएगा, बॉडी वारंट भी निकल जाएगा, राशि वसूली भी की जाएगी साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुराने नीलाम पत्र के मामलों में जो भी बकाया राशि जमा नहीं कर रहे हैं उनके विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता राजस्व, अनुमंडल पदाधिकारी शेरघाटी, आयुक्त के सचिव एवं सभी नीलम पत्र के नामित पदाधिकारी उपस्थित थे।