औरंगाबाद। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष पद पर कौन काबिज होगा और प्रदेश नेतृत्व किसे जिम्मेवारी सौंपेगी यह लगभग तय हो गया है और इसकी चर्चा जोरों पर है। बुधवार की शाम सर्किट हाउस में बैठक के दौरान भी वह नाम लोगों के द्वारा चर्चा हो रही थी। जिलाध्यक्ष के लिए अब तक जितने भी नामों की चर्चा हो रही थी और जो उस लायक थे भी। उनके नाम पर विराम लगता दिख रहा है।
ऐसा लगता है कि पार्टी ने पूर्व की तरह इस बार भी कभी चर्चा में नहीं रहे एक नाम की घोषणा करने पर विचार कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मनोज शर्मा, संजय मेहता तथा मुकेश शर्मा की तरह पार्टी ने इस बार जिला मंत्री रहे वर्तमान में मंडल अध्यक्ष बने बेहद ही युवा नेता को जिले की कमान सौंपने का विचार बना रही है।
इस बार जिलाध्यक्ष के नाम पर बिजेंद्र चंद्रवंशी के नाम पर पार्टी मुहर लगाने की सोच रही है। बिजेंद्र चंद्रवंशी माली मंडल के अध्यक्ष है और उनका नाम सामने आ रहा है। लेकिन बीजेपी की राजनीति करने वाले लोग इस नाम पर अचंभित है और अचंभित इसलिए हैं कि बिजेंद्र चंद्रवंशी की उम्र तथा राजनीतिक सोच और समझ उस स्तर का नहीं जो एक जिलाध्यक्ष के लिए आवश्यक है।
प्रदेश नेतृत्व अगर ऐसा करती है और उन्हें जिलाध्यक्ष बनाती है तो यह संदेश निश्चित तौर पर जाएगा कि क्या पार्टी में कोई मजबूत नेतृत्व करने वाला नहीं है। फिलहाल इस नाम को लेकर पार्टी में ही खींचतान देखी जा रही है। लेकिन राजनीतिक जानकार यह जरूर कहते नजर आ रहे हैं कि जब तक पार्टी नेतृत्व घोषणा नहीं कर देती तब तक कयास लगाना उचित नहीं।