औरंगाबाद. शहर के नागा बिगहा रोड स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शाखा औरंगाबाद में शनिवार को मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती जी की 58वीं पुण्य स्मृति दिवस मनाई गई. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि अपर अनुमंडल पदाधिकारी मालती कुमारी, नगर परिषद अध्यक्ष उदय कुमार गुप्ता, शाखा प्रमुख बीके सविता दीदी आदि ने संयुक्त रूप से मातेश्वरी जगदम्बा की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया. इसके बाद अतिथियों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया.
इस दौरान अपर अनुमंडल पदाधिकारी मालती कुमारी ने कहा कि यहां इस आने के बाद काफी शांति की अनुभूति होती है. हर तरह की परेशानी समाप्त हो जाती है. मैं काफी दिनों से इस संस्था से जुड़ी हुई हूं. नगर परिषद अध्यक्ष उदय कुमार गुप्ता ने कहा कि माउंट आबू में जाने पर इस संस्था के बारे में विस्तार से जानकारी मिलती है. इसका उद्देश्य नर से नारायण और नारी से लक्ष्मी बनाना है. 140 देशों में इस संस्था का संचालन किया जा रहा है. जन कल्याण के लिए ब्रह्मा बाबा ने अपना पूरा जीवन समर्पण कर दिया.
शाखा प्रमुख बीके सविता दीदी ने कहा कि मातेश्वरी जगदम्बा सरस्वती जी का जन्म 1920 में अमृतसर में एक सामान्य परिवार में हुआ था। उनके बचपन का नाम “ओम राधे” था जब ओम की ध्वनि का उच्चारण करती थी तो पूरे वातावरण में गहन शांति छा जाती थी इसलिए भी ओम राधे के नाम से लोकप्रिय हुई.
मातेश्वरी जी ने 24 जून 1965 को अपने नश्वर देह का त्याग करके संपूर्णता को प्राप्त किया था. इस दिवस को ब्रह्माकुमारी संस्थान के देश विदेश के भाई बहनें “आध्यात्मिक ज्ञान दिवस” के रूप में मना रहे हैं. कार्यक्रम का संचालन बीके रावकरण भाई ने किया. इस मौके पर विनोद गुप्ता, काजल, चंदन आदि मौजूद रहे.