औरंगाबाद।जिले के सभी प्रखंडों में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की धूम रही। योग प्रशिक्षकों, सामाजिक संगठनों, विद्यालयों में बड़े पैमाने पर योगाभ्यास किया गया।जिला मुख्यालय में पतंजलि योगपीठ के तत्वाधान में शहर के सूर्य मंदिर परिसर में अदरी नदी के किनारे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।जिसका उद्घाटन औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह, नगर परिषद के चेयरमैन उदय गुप्ता सहित पतंजलि योगपीठ के प्रशिक्षकों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर की गई।
इस दौरान योग के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले योग प्रशिक्षकों एवं सामाजिक संगठन के लोगों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। तत्पश्चात योग प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न प्रकार के आसन कराए गए। जिसमे सूर्य नमस्कार, अनुलोम विलोम, प्राणायाम, ध्यान, कपालभाती, गोमुखासन, गोरक्षासनयोग,योग मुद्रासन प्रमुख रहे।
आसन के पश्चात सांसद ने योग के महत्व को समझाया और बताया कि निरोग रहने के लिए योग जरूरी है और आज यह आवश्यकता भी बनती जा रही है।सांसद ने बताया कि योग को आज लोग धर्म में बांटकर चल रहे हैं जो गलत है।योग सही एवं स्वस्थ जीवन का आधार है और इसे हर धर्म के लोगों को अपनाना चाहिए।
सांसद ने कहा कि योग का महत्व तबसे है जबसे धरती बनी और इसके महत्व को लोग समझते भी हैं। लेकिन इसे अंतरराष्ट्रीय फलक पर लाने की पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की और उनके प्रयास से ही यूएन ने इसे अंतराष्ट्रीय मान्यता दी।
आज 21 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में न्यूयार्क में विश्व के 110 देशों के राष्ट्रनायक एक मंच पर योग कर रहे हैं।सांसद ने कहा कि योग आज अंतर्राष्ट्रीय फलक पर पहचान बना चुकी है और विश्व भारत की अहमियत को समझने लगी।आज कई मुस्लिम राष्ट्र भी योग को अपने यहां अनिवार्य रूप से लागू कर रहे हैं।क्योंकि जीवन को सही तरीके से जीने की कला योग ही सिखाती है।
सांसद ने कहा कि योग को पाठ्यक्रम में शामिल करने की जरूरत है।ताकि बच्चे बड़े होकर इसे अपने जीवन में उतारें और स्वस्थ रहे।उन्होंने कहा कि योग ही हमे सुंदर शरीर, स्वस्थ काया, शांत मन एवं जीवन के तमाम झंझावातों से दूर कर सकती है।