औरंगाबाद: गर्मी की आहट को देखते हुए स्वास्थ्य महकमा एलर्ट मोड़ में आ गया है और हीट स्ट्रोक से लोगों को बचाने के लिए आधिकारिक रूप में बैठके कर रणनीति तैयार कर रहा है। इसी को लेकर शुक्रवार को सदर अस्पताल के सीएस कक्ष में सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हीट स्ट्रोक से बचाव एवं इसके लिए किए जाने वाले उपाय को लेकर चिकित्सा पदाधिकारियों एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ चर्चा की गई।
2019 में हीट स्ट्रोक से 54 लोगो की हुई थी मौत
चर्चा के दौरान सदर अस्पताल में हीट स्ट्रोक से बचाव को लेकर सभी पहलुओं पर विचार कर उसे क्रियान्वित करने का निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि वर्ष 2019 में आई हीट स्ट्रोक से औरंगाबाद में आधिकारिक रूप से 54 लोग असमय काल के गाल में समा गए थे। तब औरंगाबाद इसको लेकर सुर्खियों में आया था और विभिन्न मीडिया प्लेटफार्म पर यहां की विचलित कर देने वाले खबर प्रमुखता में रहे।
पूर्व की घटना की पुनरावृति न हो उसको लेकर सदर अस्पताल में एक कंट्रोल रूप बनाया गया है। जहां हीट स्ट्रोक से संबंधित जानकारी प्राप्त होगी। सिविल सर्जन ने बताया कि हीट स्ट्रोक के लिए सदर अस्पताल में बेड, दवा, एसी, पानी एवं अन्य सारी व्यवस्था की जा रही है जो इसके लिए आवश्यक है। उन्होंने बताया कि सभी चिकित्सकों को आवश्यक निर्देश भी दिए जा चुके है ताकि मरीज का समुचित इलाज हो सके।बैठक में अस्पताल उपाधीक्षक डॉ सुनील कुमार, एसीएमओ डॉ किशोर कुमार, डीपीएम अनवर आलम सहित कई कर्मी उपस्थित रहें।