औरंगाबाद। सदर प्रखंड के फेसर स्थित महादलित टोला में औरंगाबाद के पूर्व जिला अधिकारी व वर्तमान मे मोतिहारी जिला अधिकारी सौरभ जोरवाल का जन्मदिन धूमधाम से मनाया। इस दौरान बच्चों एवं ग्रामीणों ने केक काटकर उनके दीर्घायु होने की कामना की।
गौरतलब है कि पूर्व जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल का औरंगाबाद के लोगो से काफी लगाव था। क्योंकि उन्होंने अपनी कार्यशाली, विचार एवं व्यवहार से लोगों का दिल जीत लिया था। यही कारण था कि उनके स्थानांतरण की खबर पर पूरे जिले में मायूसी छा गई थी। इतना ही नहीं उनके द्वारा जिले में विकास के कई आयाम स्थापित किए गए थे और अपने कार्य के बदौलत जिले को राज्य तथा देश में कई महत्वपूर्ण अवसरों पर सम्मान का मौका मिला था।
जिस वक्त उन्होंने जिले में अपना योगदान दिया था बस कुछ ही दिन के बाद कोविड 19 की भयानक त्रासदी का उन्हे सामना करना पड़ा। इस दौरान वे तीन बार कोविड के शिकार हुए।मगर चिकित्सकों के हौसलों को टूटने नही दिया और स्वस्थ होकर खुद कोविड के मरीजों से मुलाकात कर उनके अंदर जीने की इच्छाशक्ति भरी।
यही कारण था कि पूरे बिहार में औरंगाबाद में काफी कम लोगों की मौत हुई,जो बिहार में एक रिकॉर्ड रहा।श्री जोरवाल ने कोविड के दौरान सदर अस्पताल में 8 वर्षों से बनकर बदहाल हो चुकी आईसीयू को दिल्ली के चिकित्सकों से वर्चुअली बात कर टेक्नीशियन एवं चिकित्सकों के साथ काफी कम खर्च पर शुरू कराया और कई मरीजों की जान बचाई।
श्री जोरवाल द्वारा किया गया यह कार्य पूरे देश में मिशाल बना और राज्य के कई जिलों ने उसका अनुसरण किया। इनके जन्म दिवस के अवसर पर फेसर के लोगो काफी उत्साहित दिखे और उनके कार्यों की सराहना की।इस अवसर पर उपस्थित सूरज कुमार, शिवम कुमार, अभिषेक कुमार, गौतम कुमार ने पूर्व जिलाधिकारी के उन्नति, प्रगति एवं समृद्धि की कामना की।