औरंगाबाद।प्रगतिशील लेखक संघ की जिला शाखा के द्वारा रविवार को शहर के टिकरी रोड स्थित की कार्यालय सभागार में कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर कृषि का गहराता संकट और प्रेमचंद विषय पर आगत अतिथियों के द्वारा व्याख्यान दिए गए। लेकिन व्याख्यान से पूर्व आयोजन में आए
अतिथियों ने मुंशी प्रेमचंद की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। तत्पश्चात उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। जयंती समारोह को संबोधित करते हुए विषय से संबंधित समस्याओं पर चर्चा करते हुए वक्ताओं ने कहा कि आज 40% से ज्यादा किसान अपनी किसानी छोड़ दूसरा धंधा करने के उपाय ढूंढ रहे हैं।क्योंकि किसानों का हर तरह से शोषण हो
रहा है। रासायनिक खाद, आयातित बीज, कीटनाशक आदि से किसानों की जमीनों को बंजर बनाया जा रहा है। उन्हें लागत मूल्य भी उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। वैसे में प्रेमचंद हमें आशा के नए किरण की तरह दिखते हैं। जिनके साहित्य के प्रकाश में हम आज के अंधेरे से लड़ सकते हैं।
जरूरत है हमें किसानों के हक और अधिकार के लिए आगे आकर वैसे तमाम लोगों से लड़ने की जो उनके हक और अधिकार को छीनने पर उतारू है।